बिहार की बंद चीनी मिलों को फिर से मिलेगी नई जिंदगी, गोपालगंज की सासामूसा (Sasamusa Sugar Mill) मिल भी शामिल – जानें कब तक शुरू हो सकता है संचालन
टीडीएस वायरलस न्यूज़, गोपालगंज: बिहार में बंद पड़ी चीनी मिलों को दोबारा चालू करने की दिशा में बड़ी पहल की गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar Ji) की अध्यक्षता में हुई नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में नौ चीनी मिलों को पुनः संचालित करने की स्वीकृति दी गई।
इसमें गोपालगंज (Gopalganj) की बहुप्रतीक्षित सासामूसा (Sasamusa Sugar Mill) चीनी मिल भी शामिल है, जिसे चालू होने का इंतजार वर्षों से किया जा रहा है।

Government (सरकार) के इस फैसले से न सिर्फ लाखों किसानों में उम्मीद जगी है, बल्कि बंद उद्योगों के कारण प्रभावित स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा मिलने की संभावना बढ़ी है।
किन-किन चीनी मिलों को फिर से चालू करने की मंजूरी मिली? कैबिनेट ने निम्नलिखित नौ बंद चीनी मिलों के पुनर्प्रचालन को स्वीकृति दी है—
सरकारी या अधिग्रहित इकाइयाँ
- समस्तीपुर चीनी मिल – Samstipur (समस्तीपुर)
- सकरी चीनी मिल – Darbhanga (दरभंगा)
- रैयाम चीनी मिल – Darbhanga (दरभंगा)
- मोतीपुर चीनी मिल – Muzafarpur (मुजफ्फरपुर)
- कावनपुर शुगर वर्क्स लिमिटेड, मढ़ौरा – Saran (सारण)
- कावनपुर शुगर वर्क्स लिमिटेड, बारा चकिया – Purbi Champran (पूर्वी चंपारण)
- कावनपुर शुगर वर्क्स लिमिटेड, चनपटिया – Pachmi Champran (पश्चिम चंपारण)
निजी क्षेत्र की इकाइयाँ
- श्री हनुमान शुगर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, – Motihari (मोतिहारी)
- सासामूसा सुगर वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड, गोपालगंज (Sasamusa Sugar Mill)
हालाँकि मोतिहारी और सासामूसा की दोनों मिलें निजी क्षेत्र की हैं, इसलिए इनके संचालन की प्रक्रिया सरकारी अधिग्रहित मिलों से अलग होगी।
कब से चालू हो सकती हैं चीनी मिलें? (महत्वपूर्ण अपडेट) गन्ना उद्योग विभाग ने बताया है कि—
- सकरी और रैयाम चीनी मिलों की भूमि का अधिग्रहण पूरा कर लिया गया है
- बाकी सात मिलों की भूमि एवं स्वामित्व से जुड़े विवाद अभी हल होने बाकी हैं
इसका मतलब है कि सबसे पहले सकरी और रैयाम मिलों में कार्य पुनः शुरू होने की संभावना सबसे अधिक है। बाकी इकाइयाँ—including (Sasamusa Sugar Mill) सासामूसा—विवाद सुलझने के बाद संचालन की राह पर आगे बढ़ेंगी।
गन्ना उद्योग मंत्री संजय कुमार ने कहा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर बंद पड़ी मिलों को हर हाल में पुनः चालू किया जाएगा। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद अगला कदम तय होगा।
गोपालगंज की सासामूसा चीनी मिल: कब लौटेगी रौनक? Sasamusa Sugar Mill –
गोपालगंज जिले में स्थित सासामूसा सुगर वर्क्स बिहार की प्रमुख मिलों में से एक थी। स्थानीय किसानों की सबसे बड़ी मांग रही है कि इसे दोबारा खोला जाए ताकि:
- गन्ना किसानों की आय स्थिर हो
- युवाओं को स्थानीय रोजगार मिले
- बंद मिल के कारण रुका आर्थिक प्रवाह फिर से शुरू हो
Sasamusa Sugar Mill | कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब यह मिल पुनर्प्रचालन प्रक्रिया में शामिल हो गई है, लेकिन भौतिक संचालन शुरू होने की तारीख भूमि विवाद और निजी प्रबंधन की कार्रवाई पर निर्भर करेगी।
इतिहास: कई मिलें 25–30 साल से बंद
- मढ़ौरा मिल: 1997 से बंद
- चकिया और चनपटिया मिलें: 1994 से बंद
- सकरी मिल: 1996 से बंद
- रैयाम मिल: 1993 से बंद
इन मिलों के बंद होने से गन्ना किसानों पर भारी आर्थिक असर पड़ा था। सरकार की यह पहल पिछले तीन दशकों में सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है।








