Tamkuhiraj Dol Mela 2025: डोल मेले में भगवान शंकर की झांकी में भोलेनाथ की किरदार निभा रहा युवक की मौत

तमकुहीराज डोल मेला हादसा: भगवान शिव की झांकी में मंच पर गिरा युवक, अस्पताल में हुई मौत

कुशीनगर में ऐतिहासिक महावीरी डोल मेले में दर्दनाक घटना

उत्तर प्रेदेश के कुशीनगर जिले के तमकुहीराज कस्बा में आयोजित ऐतिहासिक महावीरी डोल मेले में बुधवार की देर शाम उस समय मातमी सन्नाटा छा गया, जब भगवान शिव की झांकी में भोले बाबा का किरदार निभा रहे 25 वर्षीय युवक रामबहल कश्यप की मंच पर ही मौत हो गई। हजारों श्रद्धालुओं से भरे मेले में अचानक हुई इस घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया।

Tamkuhiraj Dol Mela– मृतक युवक की पहचान

मृतक की पहचान रामबहल कश्यप पुत्र गिरधारी, निवासी बेलवा, थाना कसया, जिला कुशीनगर के रूप में हुई है। वह लंबे समय से धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे और अपने उत्साही स्वभाव के लिए गांव और आसपास में जाने जाते थे।

परिजनों का कहना है कि रामबहल धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय रहते थे और इसी वजह से उन्हें भगवान शंकर की भूमिका निभाने का अवसर मिला था।

कैसे हुआ हादसा, Tamkuhiraj Dol Mela?

जानकारी के अनुसार, बुधवार को डोल मेले में अखाड़ा नम्बर 1 धुरिया इमिलिया, थाना सेवरही से आए दल द्वारा झांकी प्रस्तुत की जा रही थी। झांकी के दौरान रामबहल कश्यप भगवान शंकर की भूमिका निभा रहे थे। मंच पर प्रस्तुति के बीच अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वे बेहोश होकर गिर पड़े।

Tamkuhiraj Dol Mela
प्रोफइल फोटो के अनुसार मृतक का है, – लेकिन TdsVirals इसे पुस्टि नहीं करत्ता

मौके पर मौजूद आयोजक और प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुँचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया

रामबहल की मौत की सूचना जैसे ही उनके गांव पहुँची, परिवार में कोहराम मच गया। मां और परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों का कहना है कि रामबहल न केवल मिलनसार थे, बल्कि धार्मिक कार्यों में हमेशा आगे रहते थे। उनकी असमय मौत ने पूरे गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।

झांकी देखने आए श्रद्धालु इस हादसे से हैरान और दुखी हो गए। बहुत से लोग इस घटना को “भोले बाबा की लीला” मानकर भावुक हो उठे। मेले में जहाँ पहले जयकारों और गीत-संगीत की गूंज थी, वहीं अब मातमी सन्नाटा फैल गया।

Tamkuhiraj Dol Mela – प्रशासन और पुलिस ने संभाला मोर्चा

हादसे की सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी (SDM) तमकुहीराज और प्रभारी निरीक्षक सुशील शुक्ल मौके पर पहुंचे। प्रशासन ने स्थिति को संभाला और मेले की सुरक्षा एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है और मृतक के परिवार को हर संभव मदद दी जाएगी।

महावीरी डोल मेले का महत्व – Tamkuhiraj Dol Mela

तमकुहीराज का महावीरी डोल मेला पूर्वांचल और बिहार की सीमा पर सबसे प्रसिद्ध धार्मिक आयोजनों में से एक है। इस मेले में हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
भगवान शिव, माता पार्वती और विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियां पारंपरिक रूप से प्रस्तुत की जाती हैं। यह मेला न केवल धार्मिक आस्था बल्कि सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक माना जाता है।

Tamkuhiraj Dol Mela- हादसे ने एक बार फिर बड़े आयोजनों में स्वास्थ्य और आपातकालीन सुविधाओं की कमी पर सवाल खड़े किए हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि मेले में बड़े पैमाने पर भीड़ जुटती है, ऐसे में मेडिकल टीम और एंबुलेंस जैसी व्यवस्थाएँ मजबूत होनी चाहिए।

Tamkuhiraj Dol Mela

कुशीनगर जिले के तमकुहीराज डोल मेले में भगवान शिव का किरदार निभा रहे युवक की मौत ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है। जहां हजारों श्रद्धालु धार्मिक उत्साह के साथ झांकी देखने आए थे, वहीं अब यह मेला एक दर्दनाक स्मृति बन गया है।

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