ब्रेकिंग न्यूज़ टीडीएस वायरल संवाददाता: उत्तरकाशी बादल फटना रेस्क्यू अपडेट | Uttarkashi Cloudburst Chinook MI-17 Rescue Operation
Reporting by Tuntun Singh – उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले के धराली में बादल फटने से मची तबाही के तीसरे दिन आज राहत और बचाव कार्य में बड़ी प्रगति हुई। मौसम साफ होते ही सेना और प्रशासन ने चिनूक और MI-17 हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू अभियान तेज कर दिया।
अब तक 300 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
- पहला मिशन: चिनूक हेलीकॉप्टर ने 29 लोगों को धराली से देहरादून एयरपोर्ट पहुंचाया, जहां उनका मेडिकल चेकअप हुआ।
- जेनरेटर और इंटरनेट बहाली: देहरादून से चिनूक के जरिए हर्षिल में जेनरेटर भेजा गया ताकि बिजली बहाल हो सके। साथ ही इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए वीसैट (VSAT) भी मातली पहुंचाया गया, जो जल्द हर्षिल में स्थापित होगा।
- घायल जवानों का इलाज: सेना के दो घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर भेजा गया।
- लापता कई लोग और मौतें आंकड़े: इस आपदा में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अभी लापता हैं।
Uttarkashi Cloudburst Chinook MI-17 Rescue Operation
रेस्क्यू किए गए लोगों में महाराष्ट्र, यूपी, बिहार, उत्तराखंड समेत देशभर के कई हिस्सों से आए यात्री शामिल हैं, जो गंगोत्री, हर्षिल और धराली में फंसे हुए थे। इनके लिए हरिद्वार, देहरादून, आईएसबीटी और ऋषिकेश तक बसें उपलब्ध कराई गई हैं। हर्षिल से लाए गए लोगों ने बताया कि कम से कम 200 लोग उधर फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि कल शुक्रवार से चिनूक और एमआई-17 को चिन्यालीसौंड़ में ही तैनात किया जाएगा, ताकि देहरादून से लग रहे अतिरिक्त समय को कम किया जा सके।

Uttarkashi Cloudburst Chinook MI-17 Rescue Operation
उधर सड़क मार्ग को खोलने में अभी भी कम से कम चार दिन लग सकते हैं। बीआरओ के अनुसार पूरे रास्ते में चार बड़े भूस्खलन बिंदु हैं और एक पुल नष्ट हो गया है। पिछले दो दिनों से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मचारी और मशीनरी तैनात हैं। सड़कों को बहाल करने के प्रयास जारी हैं। हर्षिल तक पहुंचने में कम से कम तीन दिन लग सकते हैं।