गोपालगंज, बिहार – अभाविप (Abvp) इकाई ने अपने 77वें स्थापना दिवस और राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस से पूर्व जिला स्तरीय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता “गोपालगंज प्रतिभा खोज प्रतियोगिता” का आयोजन किया। यह आयोजन कमला राय महाविद्यालय (Kamla Rai Mahavidyalay) में संपन्न हुआ, जिसमें जिले भर से 563 छात्रों ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता के सफल संचालन में ABVP के 80 से अधिक कार्यकर्ता दिन-रात जुटे रहे, ताकि परीक्षा निष्पक्ष, पारदर्शी और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो। इसका उद्देश्य छात्रों में सामान्य ज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना, प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति जागरूकता पैदा करना और विद्यार्थियों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए प्रेरित करना था।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र को एक नई साइकिल दी जाएगी, जिससे उसे विद्यालय या कोचिंग आने-जाने में सुविधा होगी। द्वितीय स्थान पाने वाले को टेबल फैन और तृतीय स्थान पर रहने वाले छात्र को कैरम बोर्ड प्रदान किया जाएगा। यह केवल पुरस्कार नहीं, बल्कि छात्र प्रतिभा को मान्यता देने और उन्हें और बेहतर करने के लिए प्रेरित करने का एक प्रयास है।
इस आयोजन की विशेष बात यह रही कि इसमें महिला कार्यकर्ताओं की सक्रिय भूमिका रही। राष्ट्रीय कला मंच की प्रांत सह संयोजक हर्षिता कुमारी, महेंद्र महिला कॉलेज की उपाध्यक्ष रोशनी कुमारी, नगर सह मंत्री कविता कुमारी, कॉलेज उपाध्यक्ष अंजली गुप्ता, और कई अन्य छात्राओं ने आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इससे यह सिद्ध होता है कि अभाविप नारी सशक्तिकरण को भी अपना महत्वपूर्ण एजेंडा मानता है।

अभाविप न केवल एक छात्र संगठन है, बल्कि यह युवा शक्ति का संगठित रूप है, जो देश को एक मजबूत, शिक्षित और नैतिक रूप से सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। गोपालगंज जैसी ग्रामीण और अर्ध-शहरी इकाइयों में भी इसकी सक्रियता यह दर्शाती है कि ABVP हर विद्यार्थी तक पहुंचने और उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए सतत प्रयासरत है।
अभाविप का उद्देश्य केवल छात्रों की समस्याओं को सुलझाना नहीं, बल्कि उन्हें राष्ट्र निर्माण की मुख्यधारा में लाना है। यह संगठन देश के युवाओं को केवल रोजगार के पीछे भागने वाला नहीं, बल्कि समाज की जिम्मेदारी उठाने वाला नागरिक बनाना चाहता है।
अभाविप का यह 77वां स्थापना दिवस हम सबको यह सोचने पर मजबूर करता है कि जब विद्यार्थी संगठित होकर राष्ट्रहित में कार्य करते हैं, तो सामाजिक परिवर्तन निश्चित होता है। अभाविप आने वाले समय में भी छात्रों के अधिकारों की रक्षा और राष्ट्र निर्माण में अपनी सशक्त भूमिका निभाता रहेगा।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) भारत का सबसे बड़ा छात्र संगठन है, जिसकी स्थापना 9 जुलाई 1949 को मुंबई में हुई थी। इसका उद्देश्य छात्रों के बीच राष्ट्रभक्ति, सामाजिक उत्तरदायित्व, नैतिक मूल्यों और नेतृत्व क्षमता का विकास करना है। यह संगठन केवल एक छात्र इकाई नहीं, बल्कि एक वैचारिक आंदोलन है जो शिक्षा और राष्ट्रहित के विषयों पर विद्यार्थियों को जागरूक करता है और उन्हें सामाजिक परिवर्तन के लिए प्रेरित करता है।
ABVP का मूल मंत्र है – “ज्ञान, शील और एकता”, जो भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय भावना पर आधारित है। इस संगठन का मुख्य उद्देश्य शिक्षा जगत में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करना और छात्रों को समाज के प्रति जिम्मेदार बनाना है। संगठन शिक्षा, समाज सेवा, नेतृत्व विकास, छात्र समस्याओं के समाधान और राष्ट्र निर्माण जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाता है।
अभाविप की गतिविधियाँ और सामाजिक योगदान –
अभाविप समय-समय पर शैक्षणिक सुधार, छात्र अधिकारों, महिला सशक्तिकरण, स्वदेशी जागरण, पर्यावरण संरक्षण, रोजगार के अवसर, तकनीकी शिक्षा, खेलकूद, सांस्कृतिक आयोजनों आदि विषयों पर राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन करता है। इसमें ‘छात्रा सम्मेलन’, ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर संवाद’, ‘राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस’, ‘राष्ट्रीय कला मंच’, ‘एग्रीविजन’, ‘खेलो भारत’, ‘सेवा ही संगठन’ जैसी पहलें शामिल हैं।
ABVP ने हमेशा छात्र हितों की रक्षा के लिए संघर्ष किया है। चाहे वह महाविद्यालयों में समय पर परीक्षाएं हों, परिणाम की घोषणा में देरी हो, या फीस वृद्धि के विरोध में आंदोलन अभाविप ने हर स्तर पर छात्र समुदाय की आवाज को मजबूती से उठाया है।
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