सीतामढ़ी, बिहार | टीडीएस वायरलस संवाददाता, भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों में सीतामढ़ी स्थित पुनौरा धाम, (Sitamadhi Punaura Dham) जिसे मां जानकी की जन्मस्थली (Maa Janki JanmSthal) माना जाता है, एक नए गौरवशाली युग की ओर बढ़ चला है। वर्षों की उपेक्षा के बाद, यह स्थल अब अयोध्या की हूबहू मंदिर का का जैसे पर विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Cm, Nitish Kumar) ने स्वयं भव्य जानकी मंदिर का डिज़ाइन सार्वजनिक रूप से साझा किया है, जो बिहार (Bihar) की धार्मिक पहचान और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बनेगा।
जैसे अयोध्या (Uttar Pradesh – Ayodhya) में भगवान श्रीराम का मंदिर करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बन रहा है, उसी प्रकार बिहार में मां सीता (Maa Sita) के नाम पर भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। इस पहल से (Punaura Dham) पुनौरा धाम को एक राष्ट्रीय (National) तीर्थ के रूप में पहचान मिलने की उम्मीद है।
- भव्य मंदिर की शिल्पकला और डिज़ाइन पारंपरिक भारतीय वास्तुकला पर आधारित होगा
- परिसर में धार्मिक संग्रहालय, ध्यान केंद्र, और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएँ
- पूरे प्रोजेक्ट का उद्देश्य सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देना और सीतामढ़ी को (International) अंतरराष्ट्रीय धार्मिक मानचित्र पर लाना है
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar Cm, Nitish Kumar) ने कहा,
“यह सिर्फ एक मंदिर निर्माण नहीं है, बल्कि मां जानकी के सम्मान में हमारी सांस्कृतिक अस्मिता और श्रद्धा का पुनर्जागरण है। यह स्थल बिहार की पहचान और गौरव का प्रतीक बनेगा।”
पुनौरा धाम भविष्य में धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र इस भव्य मंदिर के निर्माण के साथ, सीतामढ़ी (Sitamadhi) न केवल बिहार बल्कि पूरे भारत (Bharat) के लिए एक आध्यात्मिक तीर्थ के रूप में उभरेगा। साथ ही यह परियोजना स्थानीय लोगों को रोज़गार, सड़क और परिवहन का विकास, और सांस्कृतिक पहचान की मजबूती भी देगी।