गोपालगंज/टीडीएस वायरलस न्यूज़: दीपावली (Diwali) की खुशियों के बीच गोपालगंज जिले (Gopalganj Zila) से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जिले के कई इलाकों में रविवार की रात पटाखों और आतिशबाजी के दौरान हुए हादसों में सात लोग झुलस गए हैं।
झुलसने वालों में एक महिला समेत छह (6) मासूम बच्चे शामिल हैं। सभी को गोपालगंज सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक कुछ बच्चों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
Gopalganj firecracker accident – घटना दीपावली की रात हुई, जब पूरे जिले में रोशनी और उत्सव का माहौल था। बच्चे और महिलाएं अपने घरों के बाहर पटाखे फोड़ रहे थे, तभी अचानक तेज धमाके के साथ पटाखों में आग लग गई।
कुछ ही सेकंड में आग ने पास खड़े लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के बाद चारों ओर चीख-पुकार मच गई और गाव वाले लोग तुरंत मदद के लिए दौड़े। झुलसे हुए सभी लोगों को आनन-फानन में (Gopalganj Sadar Hospital) गोपालगंज सदर अस्पताल पहुंचाया गया।
Gopalganj firecracker accident – सूत्रों के मुताबिक, पटाखा हादसे जिले के अलग-अलग स्थानों पर हुए। कई जगह आतिशबाजी के दौरान पटाखों का गुच्छा अचानक फट गया, जबकि कुछ जगह जलते पटाखों से कपड़ों में आग लग गई। प्रशासन ने बताया कि ज्यादातर हादसे घरों के आंगन या सड़क किनारे पटाखा जलाने के दौरान हुए हैं।
सभी घायलों को गोपालगंज सदर अस्पताल लाया गया है, जहां डॉक्टरों की टीम लगातार इलाज में जुटी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि झुलसे हुए लोगों में कुछ को 30 से 50 प्रतिशत तक जलने की चोटें आई हैं।
गंभीर रूप से घायल बच्चों को बेहतर इलाज के लिए रेफर करने की तैयारी की जा रही है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि त्योहार के दौरान ऐसे मामलों के लिए अतिरिक्त मेडिकल स्टाफ और दवाओं की व्यवस्था पहले से की गई थी।
प्रशासनिक अधिकारी ने बताया, (Gopalganj firecracker accident) लोगों से अनुरोध है कि पटाखों का इस्तेमाल खुले मैदान या सुरक्षित स्थानों पर करें। घरों या बिजली के तारों के पास पटाखा न जलाएं और हमेशा पानी की बाल्टी या अग्निशमन साधन पास रखें।
हर साल दीपावली पर देशभर में सैकड़ों लोग पटाखों से झुलस जाते हैं। गोपालगंज में भी यह हादसा लापरवाही का नतीजा बताया जा रहा है। कई लोगो का कहना है कि बच्चों को अक्सर पटाखों की तीव्रता और खतरे का अंदाज़ा नहीं होता, जिसके कारण ऐसी घटनाएं घटती हैं।

डॉक्टरों ने बताया कि जलने की स्थिति में सबसे पहले ठंडे पानी से जली हुई जगह को धोना चाहिए और तुरंत अस्पताल पहुंचना चाहिए। किसी भी तरह की घरेलू दवा या मरहम लगाने से संक्रमण बढ़ सकता है।
Gopalganj firecracker Accident जहां एक ओर पूरा शहर दीपों की रोशनी में डूबा था, वहीं गोपालगंज परिवारों के घरों में मातम छा गया। घायल बच्चों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोग भी हादसे के बाद गमगीन हैं।
अग्निशमन विभाग और डॉक्टरों ने दीपावली व छठ जैसे त्योहारों पर हादसों से बचने के लिए कुछ अहम सावधानियां बताई हैं —
- बच्चों को कभी अकेले पटाखे न जलाने दें।
- खुले मैदान या छत पर नहीं बल्कि सुरक्षित स्थान पर पटाखा जलाएं।
- पास में पानी या अग्निशमन यंत्र रखें।
- जलते पटाखों के पास न जाएं, अगर वे न फटें तो खुद छूने की कोशिश न करें।
- हमेशा कॉटन के कपड़े पहनें और सिंथेटिक कपड़ों से बचें।
Gopalganj firecracker accident – जनता से अपील
प्रशासन Gopalganj firecracker accident ने जनता से अपील की है कि त्योहारों पर खुशी मनाएं, लेकिन अपनी और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें। छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है।
गोपालगंज में दीपावली की रात हुआ यह हादसा एक चेतावनी है कि उत्सव की खुशी में सुरक्षा को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
Gopalganj Firecracker Accident – फिलहाल सभी घायल सदर अस्पताल में भर्ती हैं और डॉक्टरों की देखरेख में हैं। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और लोगों से फिर एक बार सावधानी बरतने की अपील की है।







