गोपालगंज में मतदाताओं ने वर्तमान विधायक पर जताया भरोसा – कहा, नेता नहीं, बेटा बनकर करते हैं काम बेरोजगारी और पलायन अब भी चिंता का विषय
गोपालगंज टीडीएस वायरलस संवाददाता (बिहार): विधानसभा चुनाव (Kuchaikot Assembly Election) नजदीक आते ही गोपालगंज जिले के कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र के सासामुसा गांव में राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है। स्थानीय मतदाताओं ने इस बार भी अपने वर्तमान विधायक पर भरोसा जताते हुए कहा है
कि उन्होंने क्षेत्र में विकास की नई कहानी लिखी है। ग्रामीणों का कहना है कि विधायक सिर्फ एक जनप्रतिनिधि नहीं, बल्कि “गांव के बेटे” की तरह हर सुख-दुख में साथ रहे हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक, विधायक ने पिछले कार्यकाल में सड़क, बिजली और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता दी। सासामुसा से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक जाने वाली सड़कों का जीर्णोद्धार हुआ है।

अब पहले जैसी (Kuchaikot Assembly Election) खराब सड़कें नहीं दिखतीं। साथ ही, बिजली की अनियमित आपूर्ति की समस्या भी काफी हद तक खत्म हो चुकी है, जिससे किसानों और छोटे व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है,
Kuchaikot Assembly Election – स्थानीय निवासी प्रिया पाण्डेय ने कहा, “विधायक जी ने सिर्फ वादे नहीं किए, बल्कि उन्हें धरातल पर उतारा है। गांव की सड़कों, स्कूल और अस्पताल की स्थिति पहले से बेहतर हुई है। उन्होंने खुद को हमेशा जनता के बीच रखा है।
गांव की महिलाएं भी मानती हैं कि विधायक (Kuchaikot Assembly Election) ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम काम किया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधाएं पहले से मजबूत हुई हैं,
जिससे अब छोटे-मोटे इलाज के लिए लोगों को दूर नहीं जाना पड़ता। वहीं, सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या भी बढ़ी है क्योंकि अब शिक्षा का स्तर सुधर गया है।
Kuchaikot Assembly Election | हालांकि मतदाता यह भी मानते हैं कि बेरोजगारी और पलायन जैसी समस्याएं अब भी क्षेत्र की सबसे बड़ी चिंता हैं। युवाओं को रोजगार की तलाश में बाहर जाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की उम्मीद है कि विधायक अपने अगले कार्यकाल में इन मुद्दों को गंभीरता से लेकर स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे।
Kuchaikot Assembly Election | सासामुसा के एक युवा मतदाता ने कहा, विकास तो हुआ है, लेकिन रोजगार की कमी अब भी बड़ी चुनौती है। अगर हमारे गांवों में उद्योग या स्किल ट्रेनिंग सेंटर खुलें तो लोग बाहर जाने से बच सकते हैं।
कुचायकोट विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का कहना है कि विधायक ने विकास की दिशा में ईमानदारी से काम किया है। लेकिन आने वाले चुनाव में जनता उनसे और अधिक अपेक्षाएँ रखती है
खासकर युवाओं के लिए रोजगार, खेती में आधुनिक साधनों की उपलब्धता और पलायन रोकने की ठोस रणनीति को लेकर।
ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि वे इस बार भी उसी प्रतिनिधि को मौका देना चाहेंगे जो “नेता नहीं, बेटा बनकर” लोगों के बीच काम करता है।
Kuchaikot Assembly Election
गोपालगंज के सासामुसा गांव से यह साफ संदेश मिल रहा है कि मतदाताओं के दिल में अभी भी वर्तमान विधायक के लिए विश्वास बना हुआ है। लेकिन साथ ही बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दे चुनावी बहस का केंद्र बने हुए हैं।
अब देखना यह होगा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता एक बार फिर अपने “जनसेवक” को मौका देती है या बदलाव की ओर रुख करती है।








