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China Victory Day Military Parade: पुतिन समेत 26 देशों के नेता बने गवाह, जानें क्यों है खास

On: September 3, 2025 8:45 AM
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टीडीएस वायरलस संवाददाता टुनटुन सिंह की रिपोर्ट – चीन का विजय दिवस सैन्य परेड 2025 चीन ने बुधवार सुबह 9 बजे (01:00 GMT) अपने अब तक के सबसे बड़े Victory Day Military Parade का आयोजन किया। इस दिन को चीन ने 2014 में आधिकारिक तौर पर विजय दिवस घोषित किया था, क्योंकि 2 सितंबर 1945 को जापान ने आत्मसमर्पण किया था और 3 सितंबर को एशिया में द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति का दिन माना जाता है।यह परेड सिर्फ़ सैन्य शक्ति का प्रदर्शन ही नहीं बल्कि इतिहास की याद और राष्ट्रीय गर्व का भी प्रतीक है।

China Victory Day Military Parade – परेड में क्या खास देखने को मिला?

चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने अपने सबसे आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन किया। ड्रोन, हाइपरसोनिक मिसाइलें और फाइटर जेट्स आकर्षण का केंद्र बने। 1000 से अधिक संगीतकार और 80 बिगुल वादक शामिल हुए, जो जापान पर विजय के 80 साल पूरे होने का प्रतीक है।तियानआनमेन स्क्वायर में बैठने की व्यवस्था हरे, लाल और सुनहरे रंग की कुर्सियों पर की गई, जो क्रमशः उपजाऊ जमीन, बलिदान और शांति का प्रतीक हैं।

China Victory Day Military Parade
China Victory Day Military Parade 2025 – img

कौन-कौन से विदेशी नेता पहुंचे? – China Victory Day Military Parade मे

China Victory Day Military Parade परेड में 26 देशों के नेता शामिल हुए। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के किम जोंग उन 66 साल बाद पहली बार किसी उत्तर कोरियाई नेता ने चीन की सैन्य परेड में शिरकत की। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेझेश्कियन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़, मंगोलिया के राष्ट्रपति खुरेलसुख उख्ना, उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव, बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको, स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको और सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुचिच यूरोप से आए अकेले नेता।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि – China Victory Day Military Parade

दुनिया के लिए द्वितीय विश्व युद्ध 1939 से शुरू माना जाता है, लेकिन चीन और एशिया पर जापानी आक्रमण 1931 से ही भारी पड़ा था। 1937 में बीजिंग के पास संघर्ष ने पूरे युद्ध का रूप ले लिया। जापानी सेना ने नानजिंग नरसंहार में लाखों नागरिकों को मारा और महिलाओं के साथ दुष्कर्म किए। अनुमान है कि युद्ध में 2 करोड़ चीनी नागरिकों की जान गई।1941 में पर्ल हार्बर हमले के बाद अमेरिका युद्ध में कूद पड़ा।1945 में हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिरने के बाद और सोवियत संघ के जापान पर युद्ध की घोषणा के बाद जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया।

China Victory Day Military Parade का राजनीतिक महत्व

  1. चीन-रूस गठबंधन – पुतिन की मौजूदगी दुनिया को यह संदेश देती है कि बीजिंग और मॉस्को की नज़दीकी मज़बूत हो रही है।
  2. उत्तर कोरिया का संकेत – किम जोंग उन की भागीदारी ने एशिया में शक्ति समीकरण को नया मोड़ दिया।
  3. यूरोप में ध्रुवीकरण – स्लोवाकिया और सर्बिया जैसे यूरोपीय नेताओं का आना दिखाता है कि पश्चिमी दुनिया में भी विभाजन गहराता जा रहा है।
  4. ताइवान विवाद का संदर्भ – CCP इस परेड से यह संदेश भी देना चाहती है कि द्वितीय विश्व युद्ध में मिली जीत का श्रेय कम्युनिस्ट पार्टी को जाता है, जबकि ताइवान (KMT) को पीछे रखा जा रहा है।

चीन का यह China Victory Day Military Parade केवल अतीत की याद भर नहीं था, बल्कि भविष्य की भू-राजनीतिक रणनीति का भी प्रतीक था। इसमें चीन ने दुनिया को यह दिखाया कि उसकी सैन्य शक्ति कितनी मज़बूत है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसके सहयोगी कौन हैं। आने वाले समय में यह परेड एशिया और वैश्विक राजनीति पर गहरा असर डालेगी।

Tuntun Singh

मैं टीडीएस वायरलस का संस्थापक हूँ, जो एक गतिशील समाचार मंच है जो खेल, शिक्षा, मनोरंजन, गोपालगंज और अन्य क्षेत्रों की ताज़ा खबरें प्रदान करता है। मैंने टीडीएस वायरलस को विविध पाठकों के लिए एक विश्वसनीय समाचार और सूचना स्रोत के रूप में स्थापित किया है। Tuntun Singh

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