गोपालगंज, बिहार – छात्र संगठन आर.एस.ए. (RSA) का स्थापना दिवस इस बार गोपालगंज जिले के पार्टी जोन मैरिज हॉल में बड़े ही उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। यह आयोजन सिर्फ एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह छात्रों की शिक्षा व्यवस्था, भ्रष्टाचार और विश्वविद्यालय प्रशासन की विफलताओं के खिलाफ एक संगठित आवाज़ भी बनकर उभरा।
कार्यक्रम का उद्घाटन समाजसेवी मोहित गुप्ता, अनस सलाम, प्रो. अंजू कुमारी, विजय प्रताप सिंह, सदमान अली, पीयूष कुमार सौरभ गोलू, और कमलेश पटेल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
अध्यक्षता संगठन के सह-संयोजक अबूल हसन सोनू ने की, जबकि मंच संचालन का जिम्मा संयोजक सुनील सिंह ने बखूबी निभाया।

स्वागत भाषण संगठन के सक्रिय सदस्यों जयराम और मोहम्मद अफजल ने प्रस्तुत किया। वहीं, धनबाद से पधारे अवध कुमार ने संगठन को शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम की शुरूआत आर.एस.ए. की छात्रा इकाई की नेत्री तृषा सिंह द्वारा स्वागत गीत से हुई, जिसने पूरे माहौल को ऊर्जावान और सकारात्मक बना दिया।
छात्र हितों के लिए लगातार संघर्षरत है – कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं ने संगठन की 16 वर्षों की संघर्ष यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि RSA की पहचान छात्र-छात्राओं के बुनियादी अधिकारों और समस्याओं के लिए लगातार संघर्ष करनेवाले संगठन के रूप में है।
प्रवेश, पढ़ाई, परीक्षा और परिणाम जैसी मूलभूत शैक्षणिक आवश्यकताओं को लेकर RSA ने कई बार प्रशासन को चेताया और धरातल पर बदलाव लाने के लिए आंदोलन किए। वक्ताओं ने कहा कि छात्रों की आवाज़ को बुलंद करना ही इस संगठन की असली पहचान है।
जयप्रकाश विश्वविद्यालय की बदहाल स्थिति पर चिंता (Jpu University)
वक्ताओं ने जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा की गंभीर समस्याओं पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने आरोप लगाया कि –
- पिछले डेढ़ वर्षों में 17 करोड़ रुपये विश्वविद्यालय के इंटरनल फंड से खर्च किए गए, लेकिन प्रयोगशालाएं अब भी जंग खा रही हैं।
- खेल और संगीत की गतिविधियां ठप हो चुकी हैं।
- परीक्षा फॉर्म बिना अंक प्रमाण पत्र के भरवाए जा रहे हैं, जो शिक्षा व्यवस्था की अव्यवस्था को दर्शाता है।
- डिग्री के लिए रिश्वत देनी पड़ रही है, जिससे गरीब और पिछड़े वर्ग के छात्रों को भारी परेशानी हो रही है।
Jp यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम पर है, लेकिन आज इसकी छवि धूमिल हो चुकी है।
संगठन के नेताओं ने कहा कि अब सिर्फ आर.एस.ए. के छात्र कार्यकर्ता ही इस व्यवस्था को सुधार सकते हैं।
कार्यक्रम में शामिल वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि अगर अब भी छात्र संगठित होकर भ्रष्ट पदाधिकारियों और प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ खड़े नहीं होंगे, तो आने वाला समय सारण प्रमंडल के हजारों गरीब विद्यार्थियों के लिए विनाशकारी हो सकता है।
आर.एस.ए. के कार्यकर्ता न सिर्फ विरोध कर रहे हैं, बल्कि समाधान का भी मार्ग दिखा रहे हैं।
यह स्थापना दिवस समारोह न केवल गोपालगंज, बल्कि सारण प्रमंडल के तीनों जिलों छपरा, सिवान और गोपालगंज में एक साथ मनाया गया। गोपालगंज जिले के चार प्रमुख महाविद्यालयों के सैकड़ों छात्र-कार्यकर्ता इसमें सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम में अनेक छात्र-छात्राओं और संगठन के वरिष्ठ सदस्यों ने विचार रखे, जिनमें शामिल हैं:
- दीपक कुमार
- मोहित पटेल
- सचिन कुमार
- मोहम्मद सरिक नवाज़
- मंजीत कुमार
- रुकिया ख़ातून
- अनामिका कुमारी
- रजानंदनी कुमारी
- सालू सिंह
- प्रियंका सिंह
- करिश्मा यादव
- मनीषा कुमारी
- नाज़िया नाज़
- बुसारा परवीन
सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि छात्र हित के लिए किसी भी हद तक संघर्ष किया जाएगा और संगठन को गांव-गांव, कॉलेज-कॉलेज तक मजबूत किया जाएगा।
आर.एस.ए. का यह स्थापना दिवस न सिर्फ उत्सव था, बल्कि यह एक छात्र आंदोलन का सशक्त मंच बनकर उभरा।

छात्रों की शिक्षा, सुरक्षा और अधिकारों के लिए इस संगठन की आवाज़ आज और भी बुलंद हो चुकी है। भ्रष्टाचार और शैक्षणिक लापरवाही के खिलाफ आर.एस.ए. का यह आंदोलन आने वाले समय में सारण प्रमंडल में बड़ा बदलाव ला सकता है!