गोपालगंज/टीडीएस वायरलस न्यूज़ (बिहार): देहात की धरती पर साहित्य की खुशबू बिखेरने वाला दो दिवसीय “सदानीरा महोत्सव 2025“ आज से करवतही बाजार, गोपालगंज में शुरू हो गया है।
Sadanira Mahotsav Gopalganj कार्यक्रम देहात का पहला साहित्य महोत्सव है, जो ग्रामीण प्रतिभाओं और लेखकों को एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
Sadanira Mahotsav Gopalganj महोत्सव का उद्घाटन स्थानीय जनप्रतिनिधियों और साहित्यकारों की उपस्थिति में हुआ। कार्यक्रम में बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड से आए साहित्यकार, कवि, गायक, और लेखक भाग ले रहे हैं।
आयोजन समिति ने बताया कि इस दो दिवसीय उत्सव में कविता पाठ, कहानी सत्र, विचार गोष्ठी और सम्मान समारोह जैसे कई आकर्षक कार्यक्रम रखे गए हैं।
Sadanira Mahotsav Gopalganj – साहित्यिक चर्चा और सम्मान समारोह की झलकियां: 24 अक्टूबर को आयोजित साहित्यिक परिचर्चा में डॉ. पवन विजय, अनंत विजय, रिवेश सिंह, लोकेश कौशिक, डॉ. ज्ञानदेव मिश्रा और विवेक पाठक जैसे ख्यातनाम साहित्यकार शामिल होंगे।
सदानीरा साहित्य सम्मान 2025 इस वर्ष डॉ. पवन विजय को प्रदान किया जाएगा। पंडित शर्मानंद देहाती लोक सम्मान कुणाल सिंह को दिया जाएगा, जो लोकगीतों के माध्यम से समाज की संस्कृति को जीवित रखे हुए हैं।
कार्यक्रम संयोजक विवेक पाठक ने बताया कि – सदानीरा महोत्सव देहात के साहित्य प्रेमियों के लिए एक नई शुरुआत है। हम चाहते हैं कि गाँव का साहित्य शहर तक पहुँचे और ग्रामीण रचनाकारों की आवाज़ देशभर में गूँजे।

Sadanira Mahotsav Gopalganj | महोत्सव की खासियतें:
- देहाती और शहरी साहित्यकारों का संगम
- कविता, कहानी और लोक संगीत का मंच
- युवा रचनाकारों के लिए प्रेरणादायक सत्र
- स्थानीय व्यंजनों और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी
सदानीरा महोत्सव न केवल साहित्य का उत्सव है, बल्कि यह गोपालगंज की सांस्कृतिक पहचान को भी नई दिशा देने का प्रयास है।
Sadanira Mahotsav Gopalganj – 2025
ग्रामीण परिवेश में साहित्य का यह संगम आने वाले वर्षों में बिहार के सांस्कृतिक मानचित्र पर एक नई पहचान स्थापित करेगा।







