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कुचायकोट विधानसभा से होगा दिलचस्प मुकाबला, कांग्रेस के हरिनारायण सिंह कुशवाहा VS जेडीयू के अमरेंद्र कुमार पांडे

On: October 16, 2025 5:57 PM
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बिहार विधानसभा चुनाव 2025: कुचायकोट सीट पर सियासी पारा चढ़ा

गोपालगंज/टीडीएस वायरलस: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मी भी तेज़ होती जा रही है। गोपालगंज जिले की कुचायकोट विधानसभा सीट इस बार सुर्खियों में है। इस सीट पर कांग्रेस के हरिनारायण सिंह कुशवाहा और जेडीयू के अमरेंद्र कुमार पांडे के बीच सीधा और दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।

कांग्रेस उम्मीदवार हरिनारायण सिंह कुशवाहा को महागठबंधन (INDIA Alliance) का पूरा समर्थन मिला है, जबकि जेडीयू उम्मीदवार अमरेंद्र कुमार पांडे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के प्रमुख चेहरों में से एक हैं। इस बार यह सीट INDIA बनाम NDA की प्रतिष्ठा की लड़ाई बन चुकी है।

कुचायकोट विधानसभा, गोपालगंज जिले की एक ऐसी सीट है जो हमेशा राजनीतिक रूप से सक्रिय रही है। यहां के जातीय समीकरण, पारंपरिक निष्ठा और स्थानीय मुद्दे हर चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं।
पिछले चुनावों में इस सीट पर जेडीयू का प्रदर्शन मजबूत रहा है, लेकिन कांग्रेस ने भी कई बार यहां अच्छा जनाधार दिखाया है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार मुकाबला कांटे का रहेगा, क्योंकि दोनों ही प्रत्याशी अपने-अपने दलों के मजबूत स्तंभ माने जाते हैं।

कांग्रेस प्रत्याशी हरिनारायण सिंह कुशवाहा: जनता के बीच लोकप्रिय चेहरा – हरिनारायण सिंह कुशवाहा लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं और क्षेत्र में एक सक्रिय जनसेवक के रूप में पहचान रखते हैं।

उन्होंने कई बार कुचायकोट और आसपास के इलाकों में जनता के मुद्दों को उठाया है, चाहे वो किसान समस्याएं हों, बेरोजगारी, या सड़क और शिक्षा से जुड़ी योजनाएं

कुशवाहा के समर्थकों का कहना है कि “हरिनारायण सिंह कुशवाहा ज़मीन से जुड़े नेता हैं, जो हर वर्ग की बात सुनते हैं और लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।”

उनकी छवि एक ईमानदार और विकास-समर्थक नेता के रूप में बनी हुई है, जिससे कांग्रेस को ग्रामीण वोट बैंक में फायदा मिल सकता है।

जेडीयू प्रत्याशी अमरेंद्र कुमार पांडे: संगठन में मजबूत और मुख्यमंत्री के करीबी – दूसरी ओर, जेडीयू उम्मीदवार अमरेंद्र कुमार पांडे का नाम कुचायकोट क्षेत्र में किसी परिचय का मोहताज नहीं है।

वे दो बार के विधायक रह चुके हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी नेताओं में गिने जाते हैं।
अमरेंद्र पांडे का राजनीतिक अनुभव और संगठन पर मजबूत पकड़ उन्हें एनडीए का बड़ा चेहरा बनाता है।

उनके समर्थक मानते हैं कि “पांडे जी ने विकास के जो कार्य अपने पिछले कार्यकाल में किए हैं, वही उनके लिए सबसे बड़ी पूंजी हैं।” उन्होंने क्षेत्र में सड़क निर्माण, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्र में कई योजनाएं लागू कराई हैं।

जेडीयू का स्थानीय संगठन भी अमरेंद्र पांडे के पक्ष में पूरी ताकत से जुट गया है, और एनडीए गठबंधन के नेता भी लगातार क्षेत्रीय जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।

INDIA बनाम NDA: कुचायकोट बनी प्रतिष्ठा की जंग का मैदान 2025 के इस चुनाव में कुचायकोट सीट पर महागठबंधन (INDIA) और एनडीए (NDA) दोनों ही गठबंधन के लिए यह चुनाव सम्मान और प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है।

एक ओर जहां कांग्रेस इस सीट को जीतकर गोपालगंज में अपनी पकड़ मज़बूत करना चाहती है, वहीं जेडीयू इस सीट को किसी भी हालत में कब्जे में बनाए रखना चाहती है।

महागठबंधन के कार्यकर्ता दावा कर रहे हैं कि जनता बदलाव के मूड में है, जबकि एनडीए का कहना है कि “विकास के मुद्दे पर जनता फिर से पांडे जी को मौका देगी।”

जनता क्या चाहती है, बदलाव या निरंतरता?कुचायकोट की जनता के बीच भी मतदाताओं में विभाजन साफ दिखाई दे रहा है।

युवा वर्ग रोज़गार और शिक्षा को लेकर सवाल उठा रहा है, जबकि किसान समुदाय सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर नाराज़गी जता रहा है। महिलाओं के बीच लाडली योजना, स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा के मुद्दे अहम हैं।

जनता का कहना है कि अबकी बार चुनाव केवल जातीय या राजनीतिक दलों की निष्ठा पर नहीं, बल्कि विकास और स्थानीय मुद्दों पर होगा।
ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि किसे जनता का समर्थन मिलेगा।

राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि:

  • कुचायकोट सीट पर मुकाबला सीधा और कांटे का होगा।
  • दोनों प्रत्याशियों की छवि मजबूत है और वोटों का बंटवारा जातीय समीकरणों के आधार पर हो सकता है।
  • युवा और पहली बार वोट देने वाले मतदाता इस बार निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।

अगर कांग्रेस अपने स्थानीय मुद्दों पर फोकस रखती है, तो वह अच्छा प्रदर्शन कर सकती है, लेकिन जेडीयू का संगठनात्मक ढांचा और एनडीए का समर्थन इसे कड़ी टक्कर दे सकता है।

कुचायकोट में टकराव का रोमांच बढ़ा – कुल मिलाकर, गोपालगंज के कुचायकोट विधानसभा की यह जंग बेहद दिलचस्प होने वाली है।

एक ओर अनुभवी नेता अमरेंद्र कुमार पांडे, दूसरी ओर जनप्रिय चेहरा हरिनारायण सिंह कुशवाहा
यह सीट अब INDIA बनाम NDA की प्रतिष्ठा की जंग बन गई है, और आने वाले दिनों में यह देखना बेहद रोचक होगा कि जनता किस पर अपना भरोसा जताती है।

Tuntun Singh

मैं टीडीएस वायरलस का संस्थापक हूँ, जो एक गतिशील समाचार मंच है जो खेल, शिक्षा, मनोरंजन, गोपालगंज और अन्य क्षेत्रों की ताज़ा खबरें प्रदान करता है। मैंने टीडीएस वायरलस को विविध पाठकों के लिए एक विश्वसनीय समाचार और सूचना स्रोत के रूप में स्थापित किया है। Tuntun Singh

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