टीडीएस वायरलस संवाददाता बिहार चुनाव 2025 से पहले गोपालगंज में बड़ा खुलासा: 41 जिंदा लोगों को मृत घोषित कर मतदाता सूची से हटाया गया, बिहार के गोपालगंज जिले के विजयीपुर प्रखंड स्थित नवका टोला गांव में यह गंभीर मामला सामने आया है। यहां चुनाव आयोग के विशेष गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) अभियान के दौरान 41 जीवित लोगों को मृत बताकर मतदाता सूची से हटा दिया गया।
मतदाताओं में गुस्सा और अविश्वास – Gopalganj voter list discrepancy
मतदाता गोपाल कुमार कहते हैं: मैं हर चुनाव में वोट डालता आया हूं। मैं जिंदा हूं, फिर भी मुझे मृत घोषित कर दिया गया। यह मेरे लोकतांत्रिक अधिकार का सीधा हनन है। इस घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है और उन्होंने इसे एक सुनियोजित साजिश बताया है।

तीन बूथों पर हुई गड़बड़ी – Gopalganj voter list discrepancy
- बूथ संख्या 183
- बूथ संख्या 184
- बूथ संख्या 185
इन तीनों बूथों पर 41 जीवित लोगों के नाम सूची से गायब कर दिए गए हैं। स्थानीय वामपंथी संगठन (माले) के नेताओं ने बीएलओ और सत्तारूढ़ भाजपा पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
Gopalganj voter list discrepancy – क्या बोले माले नेता?
माले नेता जितेंद्र पासवान ने कहा: “यह लोकतंत्र की हत्या है। गरीबों, दलितों और पिछड़ों को वोट देने से रोकने की साजिश रची जा रही है। “उन्होंने बीएलओ के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है और आंदोलन की चेतावनी दी है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया – जिला निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. शशि प्रकाश ने कहा: “जिन लोगों के नाम कटे हैं, वे फॉर्म-6 भरकर दोबारा नाम जुड़वा सकते हैं। इसके लिए अभियान चलाया जा रहा है।”
क्या है फॉर्म-6 और कैसे करें आवेदन? Gopalganj voter list discrepancy
- फॉर्म-6 के माध्यम से कोई भी नागरिक अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए आवेदन कर सकता है।
- यह फॉर्म राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल (NVSP) पर भी उपलब्ध है।
निष्कर्ष: Gopalganj voter list discrepancy
इस घटना ने चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यदि जांच में साजिश की पुष्टि होती है, तो यह लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।
Call to Action (CTA):
यदि आप बिहार के मतदाता हैं, तो अभी अपना नाम मतदाता सूची में चेक करें।
👉 NVSP पर जाएं और अपने नाम की पुष्टि करें