गोपालगंज Pratibha Kumari on Report (बिहार)। गोपालगंज जिले के नगर थाना क्षेत्र के चैनपट्टी गांव Village से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। शुक्रवार दोपहर खेत में काम कर रहे किसान दंपती पर अचानक आकाशीय बिजली गिर गई। इस वज्रपात (lightning strike) में किसान death of farmer की मौके पर ही मौत हो गई,
जबकि उनकी पत्नी wife गंभीर रूप से झुलस गई। गाँव वालो की मदद से दोनों को तत्काल सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने किसान को मृत घोषित कर दिया। वहीं पत्नी की हालत नाजुक बनी हुई है और उसका इलाज जारी है।
मृतक किसान (death of farmer) की पहचान चैनपट्टी गांव निवासी 60 वर्षीय मदन साह (Madan Sah) के रूप में हुई है। उनकी पत्नी 56 वर्षीय सुशीला देवी (Soshila Devi) भी इस हादसे की चपेट में आ गईं। जानकारी के अनुसार, दोनों पति-पत्नी खेत में धान की सोहनी का काम कर रहे थे। अचानक मौसम खराब हुआ और तेज बारिश के साथ आकाश में बिजली चमकने लगी। इसी दौरान जोरदार धमाके के साथ वज्रपात हुआ, जिससे दोनों जमीन पर गिर पड़े।

गाँव के लोगो का कहना है कि जब तक लोग मौके पर पहुंचे, तब तक मदन साह बुरी तरह झुलस चुके थे और उनके कपड़े जलकर राख हो चुके थे। आनन-फानन में ग्रामीणों ने दंपती को सदर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मदन साह death of farmer को मृत घोषित कर दिया। वहीं सुशीला देवी गंभीर रूप से झुलसी हुई हैं और उनका इलाज जारी है।
इस हादसे की खबर मिलते ही चैनपट्टी गांव (Chainpatti Gaw Death of farmer) में पूरा कोहराम मच गया। परिवार और रिस्तेदार का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने बताया कि मदन साह मेहनतकश किसान थे और खेती-किसानी से ही अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे। अचानक हुए इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है,
Death of farmer- सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। वहीं जिला प्रशासन ने आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से पीड़ित परिवार को मुआवजा (Compensation) देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आपदा प्रबंधन विभाग ऐसे मामलों में मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करता है।
बिहार में हर साल बारिश के मौसम में वज्रपात से बड़ी संख्या में लोगों की जान जाती है। मौसम विभाग लगातार लोगों को चेतावनी देता है कि बारिश के समय खुले मैदान, खेत, पेड़ के नीचे या ऊँची जगह पर खड़े होने से बचें। बावजूद इसके, ग्रामीण इलाकों में किसान अपनी आजीविका के कारण खेतों में काम करते रहते हैं, जिसकी वजह से वे अक्सर वज्रपात का शिकार हो जाते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, वज्रपात के समय कुछ सावधानियां बरतकर हादसे से बचा जा सकता है: बारिश और बिजली कड़कने के दौरान खुले मैदान में काम करने से बचें। मोबाइल फोन और धातु की वस्तुओं का प्रयोग न करें। पेड़ या बिजली के खंभे के नीचे खड़े न हों। घर में ही सुरक्षित स्थान पर रहें और खिड़कियां-दरवाजे बंद रखें,
Death of farmer
चैनपट्टी गांव की यह घटना एक बार फिर लोगों को सावधान कर रही है कि प्राकृतिक आपदाओं को हल्के में न लें। खेत में काम कर रहे किसान दंपती पर वज्रपात गिरने से जहां एक ओर मदन साह की मौत हो गई, वहीं उनकी पत्नी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही हैं। इस हादसे से पूरा गांव गमगीन है और प्रशासन द्वारा मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।








